अपने सपनों को आयाम देने का फ़ैसला करके आयी हूँ मैं। अपने सपनों को आयाम देने का फ़ैसला करके आयी हूँ मैं।
एक नयी सुबह का उगता हुआ सूरज है तू क्या लिखूं तेरे लिए मानवता की नयी पहचान है तू। एक नयी सुबह का उगता हुआ सूरज है तू क्या लिखूं तेरे लिए मानवता की नयी पहचान ह...
दस्तक देता है समय, अवसरों के साथ उनसे अनजान अपनी पहचान बनाता हूँ। दस्तक देता है समय, अवसरों के साथ उनसे अनजान अपनी पहचान बनाता हूँ।
जो लोग वक्त से काम कर जाते हैं, बस वों ही नाम अपना अमर कर पाते हैं। जो लोग वक्त से काम कर जाते हैं, बस वों ही नाम अपना अमर कर पाते हैं।
यह मस्ती, यह चुलबुलापन और यह मुस्कान। यह मस्ती, यह चुलबुलापन और यह मुस्कान।
ये देश कोई और नहीं ये है हमारा प्यारा गुलिस्तान। ये देश कोई और नहीं ये है हमारा प्यारा गुलिस्तान।